‘डिप्रेस्ड कम्युनिटी डेवलपमेंट’ ने मिर्दादपुर के युवाओं को संविधान के मूल्यों से कराया अवगत
गाजीपुर (उत्तर प्रदेश): गाजीपुर के सदर ब्लॉक स्थित मिर्दादपुर गांव में युवाओं के लिए संविधान के मूल्यों पर एक खास जागरूकता सत्र आयोजित किया गया। यह पहल ‘डिप्रेस्ड कम्युनिटी डेवलपमेंट’ संस्था ने की, जिसका मकसद युवाओं को भारतीय संविधान, उसके सिद्धांतों और लोकतांत्रिक मूल्यों से जोड़ना है।
संविधान की आत्मा से जुड़ाव

कार्यक्रम का संचालन धनंजय राय की मेंटरशिप में हुआ। उन्होंने युवाओं को संविधान के चार प्रमुख आदर्शों—समता, स्वतंत्रता, न्याय और बंधुत्व—का महत्व समझाया। धनंजय राय ने कहा कि संविधान सिर्फ एक कानूनी किताब नहीं, बल्कि यह देश की आत्मा है जो हर नागरिक को उसके अधिकार और कर्तव्य बताती है।
युवाओं को मिली जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा
संस्था के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री आमिर अहमद ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज का युवा ही देश का भविष्य है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर युवाओं को संविधान के मूल्यों से जोड़ा जाए, तो वे एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
रोचक गतिविधियों के जरिए मिली जानकारी
इस सत्र में फैसिलिटेटर अली बशर, मोहन, खुशी और गौरी प्रजापति ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने समूह चर्चा, रचनात्मक गतिविधियों और प्रश्नोत्तर के माध्यम से सत्र को बेहद रोचक बनाया। कार्यक्रम का एक खास हिस्सा संविधान की उद्देशिका (Preamble) का सामूहिक पठन था, जिसके बाद सभी युवाओं ने लोकतांत्रिक मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने की शपथ ली।
ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता बढ़ाना संस्था का लक्ष्य
‘डिप्रेस्ड कम्युनिटी डेवलपमेंट’ का उद्देश्य ऐसे कार्यक्रमों के जरिए ग्रामीण इलाकों के युवाओं को जागरूक करना, उनमें नेतृत्व क्षमता विकसित करना और उन्हें संविधान व सामाजिक न्याय के मूल्यों से जोड़ना है। इस तरह के आयोजनों से उम्मीद है कि ग्रामीण युवा समाज के प्रति और अधिक जिम्मेदार बनेंगे।








