
उत्तर प्रदेश सरकार की लाख कोशिशों के बावजूद शारदा नदी के कहर से गांवों को बचाने की मुहिम सिंचाई विभाग के अधिकारियो की उदासीनता के चलते धराशाई हो रही है ताजा मामला जनपद सीतापुर तहसील लहरपुर क्षेत्र के ग्राम देवपालपुर मजरा कोल्हूपुरवा का है जहां बीते वर्षो से 20 करोड़ 46 लाख 72 हजार 3 सौ 23 रूपयों की लागत से शारदा नदी किनारे कोल्हू पुरवा को बचाने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा तटबंध निर्माण किया गया था जिसे शारदा नदी महज 24 घंटो में 3 सौ मीटर काटकर गांव में दस्तक दे दी है जिससे भयभीत कोल्हू पुरवा के बाशिंदे अपने – अपने आशियानों को खुद तोड़कर सुरक्षित जगहों पर शरण ले रहे हैं।
आपको बताते चले शारदा नदी की धारा कटान करते हुए गांव के बिलकुल करीब आ पहुंची है। आबादी से लहरें महज 6 मीटर दूर है। सिंचाई विभाग द्वारा अभी तक बताया गया सेफ जोन अब डेंजर जोन में आ गया है। शारदा नदी के कटान के खौफ से भयभीत कोल्हुआ पुरवा के ग्रामीण जेसीबी से अपना मकान तोड़वा रहे हैं। मलबा व गृहस्थी समेटकर सुरक्षित ठिकाने की ओर जा रहे हैं। रामभूषण, अरुण, महदेई, अंकित, संतोष, सर्वेश व सोहन ने बसंतापुर व देवपालपुर के सचिवालय में शरण ली है। यहां के ग्रामीणों का आरोप है कि जिस तरह नदी का कटान जारी है एक दो दिन में गांव का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। लेखपाल विक्रम सिंह ने बताया कि रोजाना सुबह शाम सभी परिवारों को भोजन के पैकेट दिए जा रहे हैं। हालांकि शनिवार को तीनों बैराजों से करीब 3,64,343 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इससे हालात और बिगड़ने की संभावना जताई जा रही है।
