मरदह– स्थानीय क्षेत्र मरदह के बैंक ऑफ इंडिया शाखा में बैंक का 119 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्थापना दिवस के मौके पर ग्राहक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रबंधक अमीत कुमार सिंह ने बैंक के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि पांच भारतीयों के द्वारा सात सितंबर 1906 को मात्र पचास लाख की पूंजी से बैंक शुरू किया। यह बैंक पूर्णतः स्वदेशी वित्तीय संस्थान है जो आरंभ से ही भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देते आ रहा है।बैंक ऑफ इंडिया भारत का एक सबल और सफल बैंक है आज हम समाज के प्रत्येक बैंकिंग सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा स्थापित स्वयं सहायता समूह हो या शहरी स्तर पर काम करने वाले लघु एवं सूक्ष्म निकाय बैंक ऑफ इंडिया पूरी निष्ठा के साथ आर्थिक सहायता प्रदान करती है। हम नए भारत के निर्माण के लिए कार्य करते हैं।
इस मौके पर राजेश यादव,अरुण यादव,प्रीती आनंद सहयोगी,प्राची राय ,मुन्ना प्रसाद, जितेंद्र गुप्ता, शिवमुनी देवी,सीताराम,जयप्रकाश यादव, राजीव कुमार चौरसिया, शैलेन्द्र सिंह, वरुण प्रताप सिंह, प्रमोद कुमार, इत्यादि लोग मौजूद रहें।मरदह– स्थानीय क्षेत्र मरदह के बैंक ऑफ इंडिया शाखा में बैंक का 119 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। स्थापना दिवस के मौके पर ग्राहक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रबंधक अमीत कुमार सिंह ने बैंक के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि पांच भारतीयों के द्वारा सात सितंबर 1906 को मात्र पचास लाख की पूंजी से बैंक शुरू किया। यह बैंक पूर्णतः स्वदेशी वित्तीय संस्थान है जो आरंभ से ही भारतीय अर्थव्यवस्था को गति देते आ रहा है।बैंक ऑफ इंडिया भारत का एक सबल और सफल बैंक है आज हम समाज के प्रत्येक बैंकिंग सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं द्वारा स्थापित स्वयं सहायता समूह हो या शहरी स्तर पर काम करने वाले लघु एवं सूक्ष्म निकाय बैंक ऑफ इंडिया पूरी निष्ठा के साथ आर्थिक सहायता प्रदान करती है। हम नए भारत के निर्माण के लिए कार्य करते हैं।
इस मौके पर राजेश यादव,अरुण यादव,प्रीती आनंद सहयोगी,प्राची राय ,मुन्ना प्रसाद, जितेंद्र गुप्ता, शिवमुनी देवी,सीताराम,जयप्रकाश यादव, राजीव कुमार चौरसिया, शैलेन्द्र सिंह, वरुण प्रताप सिंह, प्रमोद कुमार, इत्यादि लोग मौजूद रहें।








