आज सम्राट अशोक क्लब बदौली के तत्वाधान में राष्ट माता, प्रथम शिक्षिका,माता सावित्री बाई फुले जी का जयंती बड़े ही शांति पूरक उल्लास के साथ मनाया गया। जिसमे गांव के पढ़ने वाले विद्यार्थी और ग्रामीण लोग शामिल थे।उनके जीवन और संघर्ष पूर्ण कार्य को बताया गया कि विकट परिस्थिती में महिलाओं को पढ़ने का अधिकार नहीं था ,वे महिलाओं को पढ़ाई और महिलाओं को पढ़ने के लिए प्रथम विद्यालय की स्थापना भी की ।शिक्षा हमें जीवन में सफल होने के लिए ज्ञान और कौशल से लैस करती है। यह बेहतर रोजगार के अवसरों और उज्ज्वल भविष्य के द्वार खोलता है। शिक्षा आलोचनात्मक सोच और समस्या समाधान क्षमताओं को बढ़ावा देती है। यह व्यक्तिगत विकास और आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है।

















