
ऐतिहासिक विरासत को बदलने का चल रहा खेल ,
गाज़ीपुर, बौद्ध कल्याणकारी महिला उत्थान ट्रस्ट के संस्थापक ने बताया कि आगामी 5 अप्रैल को होने वाले अशोकष्टमी के महा पर्व को हर घर में मनाने की जरूरत है ।
भारत के सबसे ताकतवर सम्राट अशोक की जन्म जयंती को ही सरकारें अनदेखा करती आ रही हैं,यह ऐतिहासिक दृष्टिकोण से ऐतिहासिक विरासत को छती पहुंचाया जा रहा है ।
यह षडयंत्र अब बहुजनों के समझ में आने लगा है ।

तथागत गौतम बुद्ध की अनगिनत मूर्तियों का ही बदल दिया गया धर्म
विहार के बोध गया में जिस तरह महात्मा बुद्ध की मूर्ति को ही पांचों पांडव का मंदिर बता कर कब्जा किया गया है बौद्ध अनुवाइयों के साथ भेद भाव हो रहा है ,इससे यही प्रतीत हो रहा है ,की सरकार भी बौद्ध मंदिरों के प्रति ईमानदार नहीं है ।
सम्राट अशोक के द्वारा बोध गया का मंदिर बनवाया गया था जो विश्व विरासत का हिस्सा है ।जिसमें धार्मिक परिवर्तन किया गया है ।
अशोकष्टमी को सफल बनाने के लिए गांव गांव भ्रमण
संस्था के सदस्यों के साथ समाज सेवी राजकुमार मौर्य गांव का भ्रमण कर रहे हैं,उन्होंने बताया कि पहले से अब बहुत अधिक जगरूपता लोगों में देखने को मिल रहा है ।
महा पर्व को सफल बनाने के लिए सौहार्द बंधुत्व मंच के संचालक हिमांशु मौर्य,अखिल भारतीय कुशवाहा महा सभा के पूर्व जिला अध्यक्ष डॉ वीरेंद्र कुशवाहा,अनिल कुमार मौर्य,विशाल कुशवाहा,आदि को कार्य में मजबूती से जुटे हैं।