गृह सचिव द्वारा डीजीपी मुख्यालय से बलिया कप्तान की मांगी गई रिपोर्ट। कप्तान बलिया क्या कर रहे थे,ऊपर से एडीजी,डीआईजी को आना पड़ा,कप्तान बलिया की कार्यशैली पर अफसरों ने उठाया सवाल।नरही थाने में बड़े पैमाने पर पुलिस के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। इसकी जानकारी सरकार और पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को मिली। इसके बाद एडीजी वाराणसी जोन और आजमगढ़ डीआईजी ने छापेमारी कर स्थिति का जायजा लेने का निर्णय लिया। रिश्वतखोरी के आरोप में घिरे पुलिसकर्मियों को को दबोचने के लिए दोनों अधिकारी नरही थाना क्षेत्र के भरौली गोल चौराहे पहुंचे।
एडीजी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण सादी वर्दी में मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने अचानक सर्च ऑपरेशन चला दिया। सीनियर अधिकारियों को पहचानते ही थाने में हड़कंप मच गया। मौके से ही तीन पुलिसकर्मी समेत 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान कई आरोपियों पर कार्रवाई की गई। शराब, पशु तस्करी, लाल बालू की तस्करी समेत लगातार मिल रही कई शिकायतों के आधार पर हुई कार्रवाई के दौरान 50 से अधिक मोबाइल और कई बाइक को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान एडीजी ने नरही थानाध्यक्ष का कमरा सील करा दिया। वह फरार हो गए हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिसकर्मियों के बॉक्स खंगाले गए। एडीजी के छापेमारी के दौरान बलिया एसपी भी मौजूद रहे। एडीजी ने दो पुलिसकर्मियों को बालू तस्करों से वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। सभी पर एफआईआर दर्ज कराई गई हैं।गृह सचिव द्वारा डीजीपी मुख्यालय से बलिया कप्तान की मांगी गई रिपोर्ट। कप्तान बलिया क्या कर रहे थे,ऊपर से एडीजी,डीआईजी को आना पड़ा,कप्तान बलिया की कार्यशैली पर अफसरों ने उठाया सवाल।नरही थाने में बड़े पैमाने पर पुलिस के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे। इसकी जानकारी सरकार और पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को मिली। इसके बाद एडीजी वाराणसी जोन और आजमगढ़ डीआईजी ने छापेमारी कर स्थिति का जायजा लेने का निर्णय लिया। रिश्वतखोरी के आरोप में घिरे पुलिसकर्मियों को को दबोचने के लिए दोनों अधिकारी नरही थाना क्षेत्र के भरौली गोल चौराहे पहुंचे।
एडीजी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आजमगढ़ वैभव कृष्ण सादी वर्दी में मौके पर पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने अचानक सर्च ऑपरेशन चला दिया। सीनियर अधिकारियों को पहचानते ही थाने में हड़कंप मच गया। मौके से ही तीन पुलिसकर्मी समेत 20 लोगों को हिरासत में ले लिया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान कई आरोपियों पर कार्रवाई की गई। शराब, पशु तस्करी, लाल बालू की तस्करी समेत लगातार मिल रही कई शिकायतों के आधार पर हुई कार्रवाई के दौरान 50 से अधिक मोबाइल और कई बाइक को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया। इस दौरान एडीजी ने नरही थानाध्यक्ष का कमरा सील करा दिया। वह फरार हो गए हैं।
सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिसकर्मियों के बॉक्स खंगाले गए। एडीजी के छापेमारी के दौरान बलिया एसपी भी मौजूद रहे। एडीजी ने दो पुलिसकर्मियों को बालू तस्करों से वसूली करते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। सभी पर एफआईआर दर्ज कराई गई हैं।







