दुल्लापुर थाना प्रभारी ने निर्दोष को भेजा जेल, पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक को 2:30मिनट का सीसीटीवी रिकॉर्डिंग सौंपी
तीन दिन पूर्व में बैठाया गया थाने में , जलालाबाद मोड से फर्जी गिरफ्तारी दिखा भेजा जेल
गाज़ीपुर ,दुल्लहपुर,12 मार्च परीक्षा समाप्त होने के पश्चात घर को लौट रहे थे विनय कुमार सिंह के ऊपर हमला हो गया । थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई ,जिसमें मुख्य आरोपी रोहित यादव के ऊपर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा घटना 12 मार्च साम के 5बजकर 30 मिनट पर हुई।जिसमें प्रार्थी के द्वारा 7 लोगों को अज्ञात बताया गया ।
पीड़ित के भाई के अनुसार ,16 मार्च को दुल्लहपुर थाना प्रभारी ने पूछताछ के लिए बुलाया,तीन दिन तक थाने में बैठाए रखा ,परिवार जनो ने थाना प्रभारी से फोन पर बात किया तो थाना प्रभारी केपी सिंह ने बताया कि पूछताछ कर छोड़ दिया जाएगा ,लेकिन 19 मार्च को थाना प्रभारी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि 11,28 मिनट पर दो शातिर अपराधी को पकड़ा गया है जलालाबाद चौराहे से
पीड़ित परिवार ने थाना प्रभारी पर ही लगाए गंभीर आरोप
परिवार का कहना है कि जब भाई घटना के समय दुकान में थे जिसकी सीसीटीवी वीडियो उपलब्ध है तो किस बेस पर थाना प्रभारी ने जेल भेजा और हम लोगों की एक न सुनी
पीड़ित परिवार ने लगाई पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार
परिवार के लोगों ने गाज़ीपुर पुलीस अधीक्षक से मुलाकात कर न्याय की गुहार लगाई और बताया कि मेरे भाई का उस मारपीट से कोई लेना देना नहीं है । उसे झूठे केश में फसाया गया है ।
पेनड्राइव में 2घंटे 30 मिनट की सीसीटीवी कैमरा का वीडियो भी सौंपा गया
घटना क्रम और साक्ष्य
सुबह के10: 12 मिनट पर जन्नत गारमेंट में प्रवेश गोलू अहमद 5:18 मिनट पर अपने दोस्त से मिलकर पुनः दुकान में पहुंच गए
6:27 रोजा खोल कर बाहर निकला






